MP में थमा चुनाव प्रचार का शोर, PM मोदी-राहुल से लेकर शिवराज-कमलनाथ तक...किसने की कितनी रैलियां?
वोटिंग से ठीक 48 घंटे पहले मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार थम गया. हालांकि, उम्मीदवार जनता के साथ घर-घर जाकर प्रचार कर सकते हैं।

मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को होने हैं. ऐसे में आज यानी बुधवार (15 नवंबर) को राज्य में चुनाव प्रचार का शोर थम गया. इसके बाद पर्ची के बहाने प्रत्याशी घर-घर पहुंचेंगे और प्रचार करेंगे. क्योंकि वोटिंग से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद हो जाता है. हालांकि, चुनाव प्रचार के लिए घर-घर संपर्क बिना किसी शोर-शराबे के किया जाता है |
चुनाव के दौरान दोनों शीर्ष पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने जमकर प्रचार किया. तरह-तरह के नारों से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की गई. हालांकि, यह तो चुनाव नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा कि किस नारे का मतदाताओं पर कितना असर पड़ा. ऐसे में आइए जानते हैं कि किस पार्टी के किस नेता ने कहां और कब प्रचार किया |
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने जनता से संपर्क किया
इस दौरान कई वादे किये गये. कई बड़े नेता चुनाव मैदान में प्रचार करते दिखे. ऐसे में आइए जानते हैं कि किस नेता ने विधानसभा चुनाव के लिए कितने दिनों तक प्रचार किया |
पीएम मोदी (PM Modi)
- 7 दिन प्रचार किया
- 15 जिलों में प्रचार
- 14 रैली, 1 रोड शो
अमित शाह (Amit Shah)
- 6 दिन प्रचार किया
- 13 जिलों में प्रचार
- 17 रैली, 2 रोड शो, 2 मंदिर में दर्शन
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath)
- 4 दिन प्रचार किया
- 13 जिलों में प्रचार
- 14 रैली, 2 रोड शो
राहुल गांधी (Rahul Gandhi)
- 5 दिन प्रचार किया
- 10 जिलों में प्रचार
- 10 रैली, 2 रोड शो
प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi)
- 6 दिन प्रचार किया
- 9 जिलों में प्रचार
- 10 रैली, 1 रोड शो
कमलनाथ ने बीजेपी को दी चेतावनी
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने एमपी की कई विधानसभाओं में आम सभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में बीजेपी को चेतावनी भी दे दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर सभी से हिसाब लिया जाएगा. कमल नाथ ने कहा है कि कटनी की जनता को गुलामी से आजादी मिलेगी. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कटनी में आमसभा को संबोधित किया. कांग्रेस प्रत्याशी नीरज सिंह बघेलके समर्थन में कमलनाथ में आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में जो अत्याचार हुआ है. उसका हिसाब किताब कांग्रेस की सरकार आने पर किया जाएगा.
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि कटनी में खनिज संपदा सहित
कई संसाधन हैं, जिनसे सरकार को बड़ी आय होती है। इसके बावजूद कटनी में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ठप हैं। यहां मेडिकल कॉलेज की भी सुविधा नहीं है. उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर संपूर्ण विकास का वादा भी किया। कमल नाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान ही कटनी को अलग जिले की पहचान दी गई थी। उस समय जबलपुर के लोगों ने इसका विरोध भी किया था लेकिन कांग्रेस ने अपना वादा पूरा किया और कटनी को जिला बनाया।
कांग्रेस की सरकार बढ़ने पर रोजगार बढ़ेगा-कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि इस समय मध्य प्रदेश की जनता को रोजगार की जरूरत है. युवाओं का भविष्य अंधकार में है। कांग्रेस की सरकार बनते ही रोजगार की दिशा में बड़े कदम उठाये जायेंगे। मध्य प्रदेश में बड़ा निवेश होगा. मप्र सरकार के भ्रष्टाचार के कारण यहां निवेश नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रचार के आखिरी दिन आम सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब कांग्रेस की सरकार बनी. उस वक्त कमलनाथ को 900 में से 9 अंक मिले थे.कमलनाथ की वादाखिलाफी के कारण मध्य प्रदेश से उनकी सरकार चली गई. कमलनाथ एक बार फिर जनता से झूठा वादा कर रहे हैं |